No Milk To Students In MDM बंद हुई अन्नपूर्णा दूध योजना
भाजपा सरकार में शुरू हुई अन्नपूर्णा दूध योजना जिसके तहत सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को दूध पिलाया जाता था, उस योजना को कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया है| इस योजना के बंद होने से करीब 60 लाख बच्चों को अब मिड डे मील में भोजन के साथ दूध नहीं मिलेगा|
कोरना काल के दौरान विभाग में दूध बंद करने की योजना को आगे बढ़ा दिया था और अब मुख्य सचिव के स्तर से भी इस योजना को बंद करने पर मुहर लग चुकी है| इस योजना की जगह नई योजना प्रस्तावित हैं जिसमें बच्चों को फल या मिठाई दी जा सकती है, लेकिन फिलहाल इस योजना को अनुमति नहीं मिल पाई है| इस स्थिति में यदि स्कूल खुलेंगे तो बच्चों को मिड डे मील में केवल खाना ही मिलेगा दूध नहीं मिलेगा|
सरकार का कहना है कि अन्नपूर्णा दूध योजना की क्रियान्विति में समस्या आ रही थी, जिसके तहत इस योजना को बंद करने का निर्णय लिया गया है| दूध में मिलावट की आशंका पर कहा कि इसकी जांच की जानी चाहिए और बच्चों को पूर्ण पोषण मिले इसी के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है और इस योजना का विकल्प जल्द ही लागू किया जाएगा|
आपको बता दें कि अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरुआत आज से लगभग ढाई साल पहले जुलाई 2018 मे तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा की गई थी| इस योजना की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर के ही एक स्कूल से की थी| शुरुआत में इस योजना के तहत हफ्ते में 3 दिन दूध पिलाया जाता था, जिसके बाद इस योजना में संशोधन कर 3 दिन की जगह प्रतिदिन दूध पिलाया जाने लगा| इस योजना के तहत कक्षा 1 से 8 तक के लाखों विद्यार्थियों को फीका दूध दिया जा रहा था|
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